इंडियन हॉकी टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद शाहिद का लीवर खराब, बीएचयू से मेदांता रेफर
|भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान पद्मश्री मोहम्मद शाहिद की तबियत बिगड़ गई है। मंगलवार की देररात तबियत बिगड़ने पर परिजनों ने बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती कराया। गैस्ट्रो इंट्राइटिस विभाग में उनका इलाज डॉक्टर वीके दीक्षित की देखरेख में प्रारंभ हुआ।
डॉक्टर दीक्षित ने एनबीटी को बताया मोहम्मद शाहिद का लीवर पूरी तरह से खराब हो गया है। गंभीर हाल में भर्ती किए शाहिद को बेहतर इलाज के मेदांता रेफर कर दिया गया।
मॉस्को ओलिंपिक 1980 में आखिरी बार स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के कप्ताल रहे मोहम्मद शाहिद बनारस के ही मूल निवासी है। पिछले कई दिनों से पेट दर्द के कारण परेशान शाहिद मंगलवार को एक रोजा इफ्तार से लौटने के बाद अचानक तेज पेटदर्द के कारण छटपटाने लगे।
परिजनों ने उनको बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती कराया, वहां के डॉक्टरों के मेदांता रेफर किए जाने के बाद बुधवार को परिजन वहां के लिए रवाना हो गए। हॉकी की दुनिया में ड्रिब्लिंग के बादशाह कहे जाने वाले मोहम्मद शाहिद की अगुवाई में भारतीय हॉकी टीम ने 1982 और 1986 के एशियाड में रजत और कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। शाहिद को 1981 में अर्जुन पुरस्कार के साथ 1986 में पद्मश्री अलंकरण से नवाजा गया था।
मेदांता में होगा लीवर ट्रांसप्लांट
बीएचयू के डॉक्टर वीके दीक्षित ने बताया कि मोहममद शाहिद का लीवर पूरी तरह से डैमेज हो गया है। बीएचयू में उनको बेहतर इलाज की सुविधा न उपलब्ध होने के कारण मेदांता में लीवर ट्रांसप्लांट का सुझाव दिया गया है। लीवर से जुड़े रोगों के लिए मेदांता में बेहतर चिकित्सक होने के काण उनको रेफर कर दिया गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया अगर लीवर ट्रांसप्लांट हो जाता है तो वह पहले से बेहतर जिंदगी जी सकेंगे।
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