इंटरनैशनल मुक्केबाजी: सुमित, निखात ने बेलग्रेड में जीते गोल्ड मेडल
|सुमित सांगवान (91 किग्रा) और निखात जरीन (51 किग्रा) समेत तीन मुक्केबाजों ने सर्बिया में हुए 56वें बेलग्रेड इंटरनेशनल मुक्केबाजी टूर्नमेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किए। हिमांशु शर्मा (49 किग्रा) तीसरे मुक्केबाज रहे, जिन्होंने बीती रात अल्जीरिया के मोहम्मद तौआरेग को 5-0 से शिकस्त देकर पहला स्थान हासिल किया। इस तरह भारत ने टूर्नमेंट में 3 स्वर्ण, 5 रजत और 5 कांस्य पदक से अपने शानदार अभियान का समापन किया।
सुमित और निखात दोनों चोट से वापसी करने के बाद इस टूर्नमेंट में खेल रहे हैं। कलाई की चोट से वापसी करने वाले एशियाई रजत पदकधारी सुमित ने इक्वाडोर के कास्टिलो टोरेस को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से शिकस्त दी। इसके बाद उन्होंने इस पदक को अपने पिता सुरेंदर सांगवान को समर्पित किया। सुमित ट्रायल में हारने के कारण गोल्ड कोस्ट में नहीं जा सके थे, उन्होंने कहा, ‘वह मेरे लिए मजबूत स्तंभ रहे हैं, मैं इस पदक को अपने बापू को समर्पित करता हूं। मैंने राष्ट्रमंडल खेलों के लिए जितनी मेहनत की थी, उसका फायदा मुझे यहां मिला। मेरा हाथ अब बिलकुल ठीक है।’
जूनियर वर्ल्ड चैंपियन रह चुकीं निखात भी कंधे की चोट से वापसी कर रही हैं, उन्होंने यूनान की कौतसोएओरगोपोऊलोऊ ऐकैटरिनी पर 5-0 से जीत दर्ज की। हालांकि टीम के साथ कोई फिजियो नहीं था। महिलाओं में रजत पदक जीतने वाली मुक्केबाज जमुना बोरो (54 किग्रा) और राल्टे लालफाकमावी (81 किग्रा से अधिक) रहीं। जमुना स्थानीय प्रबल दावेदार एंदजेला ब्रैंकोविच से 1-4 से पराजित हुईं, तो लालफाकमावी को तुर्की की देमिर सेनुर ने 3-2 से हराया।
पुरूषों के ड्रॉ में लालदिनमाविया (52 किग्रा), वरिंदर सिंह (56 किग्रा) और पवन कुमार (69 किग्रा) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। लालदिनमाविया को कोरिया के किम इंकिन से 0-5 से जबकि वरिंदर को ब्राजील के अरिलसोन गोंकालवेज से 2-3 से पराजय मिली। पवन को क्रोएशिया के पीटर सेटिनिच ने 4-1 से शिकस्त दी। इससे पहले नरेंदर (91 किग्रा से अधिक) ने पुरुष स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। महिलाओं में राजेश नरवाल (48 किग्रा), प्रियंका ठाकुर (60 किग्रा), रूमी गोगोई (75 किग्रा) और निर्मला रावत (81 किग्रा) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
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