आसाराम रेप मामले के एक और अहम गवाह को गोली मारी, हालत गंभीर
| आसाराम बापू केस से जुड़े एक और गवाह पर कालिताना हमला हुआ है। जोधपुर रेप केस में मुख्य गवाह कृपाल सिंह को अज्ञात हमलावरों ने शुक्रवार को गोली मार दी। पीठ में गोली लगने से जख्मी हुए कृपाल की हालत गंभीर है और बरेली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है। गौरतलब है कि अब तक बापू आसाराम केस से जुड़े 9 गवाहों पर हमला हो चुका है। शुक्रवार रात करीब आठ बजे कृपाल सिंह जिस वक्त बाइक से घर जा रहे थे, पुवायां रोड पर ग्वाल टोली के पास बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। गोली उनकी पीठ में लगी और वह वहीं गिर गए। गोली की आवाज से मची अफरा-तफरी का फायदा उठाते हुए हमलावर वहां से फरार हो गए। लोगों ने कृपाल को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचाया, मगर स्थिति गंभीर होने की वजह से उन्हें बरेली रेफर कर दिया गया। बरेली में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि गोली रीढ़ की हड्डी में लगी है, जिस वजह से कृपाल सिंह के पैर काम नहीं कर रहे हैं। वारदात की खबर मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक (सिटी) राजेश कुमार सदर बाजार के साथ घटनास्थल पहुंचे। एसपी बबूल कुमार ने भी मौका-ए-वारदात का मुआयना किया। उन्होंने कहा कि एक स्पेशल टीम बनाकर छानबीन की जा रही है और जल्द ही हमलावर पुलिस की जद में होंगे। आसाराम पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की के पिता ने इस वारदात को आसाराम के गुर्गों की करतूत करार दिया है। गौरतलब है कि 35 साल के कृपाल सिंह पीड़ित लड़की के पिता के पास काम करते हैं। उन्होंने भी विक्टिम के परिवार के साथ आसाराम से दीक्षा ली थी और वह कई आश्रमों में बतौर सेवादार भी काम कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि वह किसी वक्त आसाराम के करीबी हुआ करते थे। जोधपुर रेप केस में वह भी अहम गवाह हैं। अब तक 9 गवाहों पर हो चुके हैं हमले गौरतलब है कि जोधपुर के छिंदवाड़ा गुरुकुल आश्रम में पढ़ रही शाहजहांपुर की एक नाबालिग लड़की ने आसाराम पर रेप का आरोप लगाया था। आरोप है कि 15 अगस्त, 2013 को इस हरकत को अंजाम दिया गया। लड़की ने घटना अपने परिजनों को बताई, जिसके बाद 19 अगस्त, 2013 को मामला दर्ज हुआ। इसके बाद बापू आसाराम को 30 अगस्त को अरेस्ट कर लिया गया था। इसके बाद से लेकर आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले उनके पूर्व वैद्य अमृत प्रजापति पर कातिलाना हमला किया गया, जिसमें इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके बाद राहुल सचान, अखिल गुप्ता और महेंद्र चावला समेत 8 गवाहों पर हमला किया गया। माना जा रहा है कि ये हमले केस को कमजोर करने के लिए किए गए हैं।
यह पहला मामला नहीं है जब आसाराम के खिलाफ गवाही देने पर किसी के ऊपर हमला हुआ है। अब तक 9 गवाहों पर हमला हो चुका है, जिनमें से कुछ की मौत हो चुकी है तो कुछ जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।
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