आप ने कांग्रेस से दोबारा समर्थन लेने की कोशिश की बात मानी
| स्टिंग: पढ़ें, अरविंद और गर्ग में क्या बात हुई थी खेतान ने कहा कि कांग्रेस के वे विधायक हमारे विधायकों के संपर्क में थे, ताकि दिल्ली के हित में कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई जा सके। खेतान ने आप का बचाव करते हुए कहा कि अगर इस ऑडियो टेप को सही भी मान लिया जाए तो इसमें कहीं भी यह साबित नहीं हो रहा है कि समर्थन के लिए आप ने कांग्रेस विधायकों को लालच दिया था। आप नेता आशीष खेतान ने मंगलवार को इस स्टिंग पर कहा कि दिल्ली की जनता पार्टी से सत्ता छोड़कर भागने को लेकर नाराज थी। उन्होंने कहा कि जनता के आक्रोश, केंद्र सरकार के रुख और उस समय चल रही खरीद-फरोख्त की कोशिशों को रोकने के लिए जनता के हित में यह जरूरी था। उन्होंने कहा कि इस टेप पर राष्ट्रीय चर्चा करवाई जा सकती है। खेतान ने कहा कि दोनों चुनाव से पहले चाहते थे कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बन जाए। चुनाव घोषित होने के बाद भी उनकी यही मंशा थी। हमें यह बात गलत लगती थी और इसका विरोध किया गया। अंग्रेजी में पढ़ेंः Arvind Kejriwal tried to strike deal with Congress: Yogendra Yadav
आम आदमी पार्टी (आप) ने अरविंद केजरीवाल के ऑडियो स्टिंग पर एक तरह से मुहर लगाते हुए लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी के कांग्रेस से दोबारा समर्थन लेने की कोशिश की बात मान ली है। आप ने इस फैसले को जनता के हित में बताते हुए कहा कि उस समय जो हालात थे, उसको देखते हुए यह जरूरी था।
आप के पूर्व विधायक राजेश गर्ग ने अरविंद केजरीवाल का एक सनसनीखेज ऑडियो टेप जारी किया था, जिसमें केजरीवाल उनसे कांग्रेस के 6 विधायकों को तुड़वाने को कहते दिख रहे हैं। आप ने एक तरह से इस टेप की सत्यता पर मुहर लगाते हुए केजरीवाल का बचाव किया।
पढ़ेंः प्रशांत और योगेंद्र का कार्यकर्ताओं के नाम खुला पत्र
खेतान ने प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के कार्यकर्ताओं के नाम लिखे गए खुले पत्र में लगाए गए आरोपों पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि चिट्ठी से यह बात समाने आई है कि दोनों पर पीएसी के जो आरोप थे, वह सही थी। दोनों ने चिट्ठी में यह स्वीकार किया है।
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