आजाद हिंद ग्राम को संवारेगी सरकार
|दिल्ली सरकार ने आजाद हिंद ग्राम को संवारने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत इस पूरे ग्राम का नवीनीकरण तो होगा ही साथ ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस से जुड़े म्यूजियम को और समृद्ध किया जाएगा। प्रोजेक्ट को लेकर कंसलटेंट नियुक्त कर दिया गया है। आजाद हिंद ग्राम वह स्थल है, जहां नेता जी सुभाषचंद्र बोस ने देश छोड़ने से पहले सैनिकों को संबोधित किया था।
नेताजी सुभाष ग्राम स्मारक आउटर दिल्ली के रोहतक रोड स्थित टिकरी कलां गांव में बनाया गया है। इसका निर्माण पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की पहल पर वर्ष 1996 में किया गया था। सरकार का पर्यटन विभाग इसका रखरखाव करता है। अब विभाग ने इसे संवारने और बोस से जुड़ी यादों को ज्यादा समृद्ध करने का निर्णय लिया है। इसके लिए एक कंसलटेंट नियुक्त कर दिया गया है। विभाग के एक आला अधिकारी के अनुसार आजाद हिंद ग्राम में स्मारक और न्यूजियम को पूरे तौर पर नवीनीकरण किया जाएगा। म्यूजियम को और समृद्ध बनाने के लिए पूरे देश से नेताजी से जुड़ी वस्तुओं, पत्रों आदि को हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है। विभाग चाहता है कि जो भी पर्यटक यहां आए, उसे नेताजी से जुड़ी संपूर्ण जानकारी मिले।
उन्होंने बताया कि अभी हाल ही में वहां कुछ कार्य किए गए हैं, जिनमें टूरिस्टों के लिए जनसुविधा सेंटर का विस्तार करना, चबूतरे आदि पर ग्रेनाइट पत्थर लगाना शामिल है। अब पूरे ग्राम को संवारने की योजना बनाई गई है। अधिकारी के अनुसार मुख्यमंत्री की ओर से आश्वासन मिला है, इस प्रोजेक्ट के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इस स्मारक को कोलकाता के कुछ कलाकारों के द्वारा डिजाइन किया गया था, जिसमें उन्होंने नेताजी के विभिन्न मूड को अलग-अलग भित्ति चित्रों में दर्शाया है। म्यूजियम भी कैनवास पर चित्रित स्वतंत्रता संग्राम को दर्शाने वाले कुछ मुख्य लैंडमार्क में से है। स्मारक में बड़े मोजेक गुंबद और संग्रहालय इस पूरे परिसर के मुख्य आकर्षण केंद्र हैं। यह स्मारक राष्ट्रीय अवकाश को छोड़कर बाकी दिन आम जन के लिए सभी दिन खुला रहता है।
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