अल्पसंख्यक आयोग ने अपनी रिपोर्ट में दादरी कांड को बताया साजिश

नोएडा

दादरी में बीफ खाने की अफवाह पर हुई एक व्यक्ति की हत्या को लेकर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने एक रिपोर्ट जारी है। इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि दादरी कांड एक पूर्व नियोजित साजिश थी, कोई दुर्घटना नहीं।

आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दादरी में भीड़ को हमले के लिए उकसाया गया था। बुधवार को आयोग ने इस संबंध में अपनी एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है।

आयोग के अध्यक्ष नसीम अहमद के नेतृत्व में एक तीन सदस्यीय टीम ने दादरी जाकर हालात का जायजा लिया। आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, पहली नजर में यह घटना एक पूर्व नियोजित साजिश लगती है। साथ ही, घटना के बाद कुछ नेताओं के आपत्तिजनक बयानों ने हालात बद से बदतर कर दिए।

आयोग ने राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे इस तरह के बयानों से बचें, नहीं तो हालात काफी बिगड़ सकते हैं।

गौरतलब है कि 28 सितंबर की रात को दिल्ली से सटे नोएडा के दादरी स्थित बिसाहड़ा गांव में गोमांस खाने की अफवाह पर भीड़ ने मोहम्मद इखलाक नाम के शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद देश में गजब का सियासी तूफान उठा था।

वहीं इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है, ‘टीम का मानना है कि बिना किसी पूर्व योजना के अचानक लोगों का मंदिर पर इकट्ठा होना, मंदिर के लाउडस्पीकर से लोगों को उकसाया जाना, वह भी उस समय जब अधिकतर गांववालों का कहना है कि वे सो रहे थे, इस ओर इशारा करता है कि यह सब एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत किया गया।’

अल्पसंख्यक आयोग ने रिपोर्ट बनाने से पहले नोएडा प्रशासन, इखलाक के परिवार, बिसाहड़ा गांव के लोगों से बात की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित परिवार से किसी की दुश्मनी नहीं थी, वहां ऐसी कोई भी वजह नहीं थी जो कि इस तरह के हमले के लिए जिम्मेदार बन सके।

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