अर्धशतक को शतक में बदलने का कोहली का रेट सचिन और पॉन्टिंग से ज्यादा
|9 सालों में ही विराट कोहली के 30 एकदिवसीय शतक हो चुके हैं और अब वह सिर्फ तेंडुलकर से पीछे हैं। ऐसे में सवाल है कि कोहली के वनडे शतकों का आंकड़ा कहां तक पहुंचेगा? 70? 80? अभी कोहली के 29वें जन्मदिन में भी 61 दिन बाकी हैं। महज 6 साल पहले ही उन्होंने टेस्ट डेब्यू किया है जबकि 9 साल पहले वनडे और 7 साल पहले टी-20 इंटरनैशनल में डेब्यू किया। इतनी कम उम्र में ही वह एक अनुभवी क्रिकेटर हैं। कोहली की उम्र को देखते हुए उनके प्रशंसकों के मन में यह सवाल जरूर आता है कि उनका बल्ला उपलब्धियों की अभी और कितनी इबारतों को लिखेगा?
कोहली के 30 शतक हैं और वह इस मामले में रिकी पॉन्टिंग की बराबरी कर चुके हैं। यह भी साफ है कि वह तेंडुलकर के 49 शतकों से सिर्फ 19 शतक ही पीछे हैं। पॉन्टिंग ने जहां 349 पारियों में 30 शतक जमाए वहीं कोहली ने यहां तक पहुंचने के लिए सिर्फ 186 पारियां ही खेली। 186 पारियों के बाद तेंडुलकर के 16 शतक थे तो पॉन्टिंग के 15। तेंडुलकर को 30 वनडे शतकों तक पहुंचने के लिए 267 पारियां खेलनी पड़ी, इस दौरान उन्होंने 53 अर्धशतक भी लगाए। पॉन्टिंग ने 349 पारियों में 30 शतक और 79 अर्धशतक लाए। कोहली के सिर्फ 44 अर्धशतक हैं यानी अर्धशतकों को शतक में तब्दील करने का उनका रेट जबरदस्त है।
रिकी पॉन्टिंग के वनडे शतकों की बराबरी से कोहली खुश हैं। उन्होंने मैच के बाद कहा कि रिकी पॉन्टिंग जैसे खिलाड़ी की बराबरी करना या उनसे आगे जाना उनके लिए सम्मान की बात है। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि वह शतकों के बारे में नहीं सोचते क्योंकि अगर वह 90 नॉट आउट भी बनाते हैं और टीम जीतती है तो यह उनके लिए पर्याप्त है।
कोहली के पास परिस्थितियों के हिसाब से अपनी बैटिंग स्टाइल बदलने की जबरदस्त काबिलियत है। चौथे वनडे में उन्होंने जहां सिर्फ 76 गेंदों में शतक पूरा किया वहीं पांचवें वनडे में उनकी पारी काफी नियंत्रित रही। उन्होंने इस बारे में बताया भी। उन्होंने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ पांचवें वनडे में टीम इंडिया सिर्फ 6 बल्लेबाजों के साथ उतरी थी, ऐसे में उनका क्रीज पर जमे रहना जरूरी थी। उनकी इस प्रतिभा के सभी कायल हैं, लेकिन सवाल अब भी बरकरार है कि उनके शतकों का आंकड़ा कहां तक पहुंचेगा। क्या यह 80 वनडे और 60 टेस्ट शतक होगा? कोई नहीं जानता।
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