अरविंद केजरीवाल बोले, सरकारी काम में रुकावट बनना छोड़कर पुलिस को सुधारें एलजी
|दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के मार्च के दौरान पत्रकार के साथ हुई बदसलूकी के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल पर हमला बोला। केजरीवाल ने कहा कि बैजल को दिल्ली सरकार के काम में रुकावट डालने की जगह दिल्ली पुलिस व्यवस्था को सुधारने का काम करना चाहिए।
केजरीवाल ने मार्च के दौरान की एक कथित विडियो पोस्ट की। जिसमें कुछ पुलिसकर्मी भीड़ पर लाठीचार्ज करते दिख रहे हैं। विडियो के साथ केजरीवाल ने लिखा, ‘माननीय उपराज्यपाल को दिल्ली सरकार के प्रॉजेक्ट में रुकावट बनने से ज्यादा वक्त दिल्ली की पुलिस व्यवस्था को सुधारने में लगाना चाहिए।’
बता दें, जेएनयू के छात्र-छात्राएं प्रफेसर अतुल जौहरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं। उनपर जेएनयू की छात्राओं ने ही सेक्सुअल हैरसमेंट का आरोप लगाया है। यह मार्च अतुल जौहरी और वीसी के खिलाफ एजुकेशन के मुद्दों को लेकर निकाला गया था। जिसमें हजारों की संख्या में छात्र मौजूद थे। वहां पुलिस ने कथित तौर पर सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश कर रहे छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज किया था।
इस लाठीचार्ज के बाद एक महिला पत्रकार ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उन्हें पीटा और उनके साथ छेड़छाड़ की। महिला पत्रकार की शिकायत और कुछ विडियो-फोटोज सोशल मीडिया पर आने के बाद पुलिस के खिलाफ बातें होने लगी थीं। मामला बढ़ता देख पुलिस को माफी मांगते हुए जांच के आदेश देने पड़े। शनिवार को दिल्ली पुलिस के पीआरओ मधुर वर्मा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सब गलतफहमी की वजह से हुआ।
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मधुर वर्मा ने कहा जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। हम मीडिया से माफी मांगते हैं। हमारा उद्देश्य मीडिया को उनके काम से रोकना नहीं था। गलतफहमी में किसी महिला पुलिसकर्मी ने एक फोटोजर्नलिस्ट तो प्रदर्शनकारी समझ लिया था।
मधुर वर्मा ने आगे कहा, ‘पुलिस ने वॉटर कैनन का प्रयोग प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए किया था जो बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। लेडी कॉन्स्टेबल को यह नहीं पता था कि वह महिला एक पत्रकार हैं। यह एक गलतफहमी थी और गलत हुआ। हम जांच करेंगे।’
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