अरविंद केजरीवाल ने अफसरों से कहा, 15 साल तक यहीं हैं, हमसे राजनीति मत करो
|सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के अफसरों को स्पष्ट संदेश दे दिया है। उन्होंने कहा कि जो हमारी सरकार के साथ काम करना नहीं चाहते वो या तो दिल्ली से बाहर ट्रांसफर ले लें, या केंद्र सरकार के साथ काम करें, या इस्तीफा दे दें। दिल्ली सीएम ने साफ कर दिया कि उनकी सरकार ऐसे अफसरों को कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगी, जो कैबिनेट का आदेश नहीं मानेंगे।
केजरीवाल ने अफसरों को सीधी चेतावनी दी है कि वे सरकार के साथ राजनीति न करें। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल ने कहा है कि जैसे सरकार काम कर रही है, वैसे वह 15 साल कहीं नहीं जाने वाली। ऐसे में अफसरों के सामने और कोई दूसरी चॉइस नहीं है। मंगलवार को सिविल सर्विसेज डे के इवेंट पर केजरीवाल ने अफसरों को संबोधित करते हुए ये सारी बातें कहीं। सीएम ने कहा कि अगर अफसर ही सरकार के साथ राजनीति करते हैं तो सरकार की विश्वसनियता खतरे में पड़ जाती है।
केजरीवाल ने चेताया कि अफसरों को आप सरकार का आदेश मानना ही पड़ेगा। अगर अफसरों को राजनीति करनी है, तो वे इस्तीफा दें और चुनाव में उनका मुकाबला करें। केजरीवाल ने दिसबंर में कई अफसरों के हड़ताल पर चले जाने की घटना का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर को 1947 के बाद भारत की इतिहास में पहली बार दिल्ली, अंडमान और निकोबार सिविल सर्विस के अफसर और आईएएस हड़ताल पर चले गए। ऑड-ईवन शुरू होने के ठीक एक दिन पहले यह हड़ताल हुई थी। केजरीवाल ने किसी का नाम नहीं लेते हुए इशारों में इसे बीजेपी की केंद्र सरकार समर्थित हड़ताल करार दे दिया।
केजरीवाल ने कहा कि हड़ताल से पहले कोई भी अफसर उनके पास नहीं आया। किसी ने उन्हें अपनी समस्या नहीं बताई। सीधे तौर पर यह राजनीतिक रूप से प्रेरित हड़ताल थी।
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