अमेरिका में ऐल्युमिनियम आयात शुल्क से भारत के सीधे प्रभावित होने की संभावना कम
|अमेरिका ऐल्युमिनियम आयात पर शुल्क लगाए जाने का भारत के धातु उद्योग पर सीधे प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं दिखाई देती है। ऐल्युमिनियम असोसिएशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन टीके चंद ने कहा कि अमेरिका के आयातित ऐल्युमिनियम पर 10% शुल्क लगाए जाने का भारत के ऐल्युमिनियम उद्योग को सीधे तौर पर प्रभावित करने की संभावना नहीं है, लेकिन इससे अमेरिका के बाहर वैश्विक बाजार में निर्यात किए जाने वाले ऐल्युमिनियम की मात्रा बढ़ सकती है जो भारतीय बाजार को प्रभावित कर सकता है।
चंद ऐल्युमिनियम क्षेत्र की प्रमुख कंपनी नाल्को के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक भी हैं। ऐल्युमिनियम की एक अन्य प्रमुख उत्पादक कंपनी वेदांता लिमिटेड ने कहा कि वह अपने उत्पादन का करीब 5 प्रतिशत निर्यात अमेरिकी बाजार में करती है। यह करीब एक लाख टन के बराबर है। ऐसे में शुल्क बढ़ोत्तरी उस पर कोई विशेष प्रभाव नहीं डालेंगे।
कंपनी मुख्य बिक्री एवं विपणन अधिकारी (वैश्विक ऐल्युमिनियम कारोबार) जीन बापटिस्ट लुकास ने कहा कि 10% शुल्क लगाए जाने से बाजार की कीमतें उसी के अनुरूप तय हो जाएंगी और इसका प्रभाव आपूर्ति की ऊंची लागत के तौर पर दिखेगा। लेकिन निश्चित तौर पर इस तरह के एकपक्षीय फैसले से उन्हें खेद है क्योंकि यह विश्व व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने आयातित इस्पात और ऐल्युमिनियम पर शुल्क लगाने के प्रस्ताव को पिछले हफ्ते मंजूरी प्रदान की है।
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