अभागा है IPL? टीम मालिकों के लिए बना मुश्किल
| मुंबई के एक मशहूर बिजनसमैन जो पहले एक टीम खरीदना चाहते थे, अब आईपीएल से दूरी बरत रहे हैं। उनका मानना है कि आईपीएल टीम मालिकों के लिए बुरा वक्त लेकर आता है। सुनने में यह भला ही अटपटा सा लगता हो लेकिन अगर आईपीएल टीम खरीदने वाले बिजनसमैनों पर एक नजर डाले तो उनकी बात ठीक सी लगने लगती है। ऐसे ही कुछ बिजनमैनों पर ध्यान दें- विजय माल्या, सुब्रतो रॉय, वी रेड्डी, मारन ब्रदर्स, ललित मोदी। ये सभी कहां पहुंच गए? सबका लिए पिछला समय खराब ही साबित हुआ है। सुब्रतो रॉय जेल में हैं, रेड्डी को अरेस्ट होना पड़ा, माल्या आर्थिक संकट में हैं, मारन का सन टीवी जांच के घेरे में है, ललित मोदी ईडी का वांछित है और सुनंदा पुष्कर इस दुनिया में नहीं रहीं। यही नहीं प्यार को भी नुकसान पहुंचा और नेस वाडिया और प्रीति जिंटा के संबंध खराब हो गए। एन श्रीनिवासन को तो बीसीबीआई अध्यक्ष की कुर्सी से ही हाथ धोना पड़ा। श्रीनिवासन ही नहीं, उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन को सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई और क्रिकेट से ही बैन कर दिया। राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा के साथ ही ऐसा ही हुआ। हालांकि एक पक्ष ऐसा भी है जिनके लिए आईपीएल अच्छा ही रहा। केकेआर के मालिक शाहरुख खान, मुंबई इंडियंस के मुकेश औऱ नीता अंबानी और दिल्ली फ्रैंचाइजी के जीएमआर का अनुभव आईपीएल को लेकर अच्छा ही रहा। हालांकि अब इंडियन प्रीमियर लीग खुद ही बड़े संकट में है। लोढा कमिटी के फैसले के बाद छह ही टीमें बची हैं और उनमें से भी कई गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रही हैं। डेक्कन क्रॉनिकल होल्डिंग लिमिटेज के बॉस वी वेंकटरमन रेड्डी को 2011 में वित्तीय अनियमितता के मामले में अपने टीम हैदराबाद चार्जर्स को खोना पड़ा। सन टीवी के मारन ब्रदर्स को न केवल वित्तीय नुकसान हुआ बल्कि राजनीतिक तौर पर भी घाटा झेलना पड़ रहा है। शायद यही कारण हो सकता है कि बेंगलुरु बेस्ड जेएसडब्ल्यू ग्रुप आईपीएल में साझेदारी नहीं चाहता है।
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