अब बिजली भी बेच सकेगी साउथ एमसीडी!
|अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा हो तो आगामी दिनों में साउथ एमसीडी सोलर एनर्जी से बिजली बनाकर उसे दूसरों को बेच सकेगी। इसके लिए केंद्र सरकार उसकी मदद कर रही है। एमसीडी जल्द ही अपनी करीब 40 इमारतों में बड़े सोलर पैनल लगाएगी, जिसकी बिजली से ये इमारतें जो जगमगाएंगी ही, साथ में अतिरिक्त बिजली को बेचा भी जा सकेगा।
अपने इलाकों को जगमगाने के लिए साउथ एमसीडी कई योजनाओं पर काम कर रही है। इसी कार्यक्रम के तहत उसने सभी इलाकों में करीब 75 हजार एलईडी लाइटें भी लगाने का निर्णय लिया है। इन्हें लगाने की शुरुआत अगले माह से कर दी जाएगी। साउथ एमसीडी का मानना है कि ऐसा करने से उसका धन बचेगा, पार्षदों की अपने इलाके में वाहवाही मिलेगी, साथ ही लोगों की परेशानी भी बचेगी। इसी कड़ी में साउथ एमसीडी ने बिजली बनाने और उसे बेचने की भी कवायद शुरू कर दी है, इसके लिए सोलर एनर्जी का इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि कोई परेशानी न हो। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार भी उसकी मदद कर रही है।
साउथ एमसीडी की स्थायी समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह मोंटी के अनुसार हमने अपनी ऐसी 40 इमारतों की लिस्ट बनाई है, जहां पर सोलर पैनल लगाए जा सकेंगे। पिछले करीब छह माह से ऐसे भवनों की लिस्ट बनाई जा रही थी, जिसमें सरकारी इमारतें, अस्पताल, जोनल इमारतें और स्कूल शामिल हैं। इन सभी में बड़े सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इसके लिए केंद्र सरकार की ऊर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (ईईएसएल) हमारी मदद कर रही है। इस कार्य में करीब 17 करोड़ रुपये खर्च होंगे, इनमें से 15 करोड़ रुपये ईईएसएल खर्च करेगी। उन्होंने बताया कि इन इमारतों पर 25 साल की योजना के तहत ये पैनल लगाए जाएंगे। जो लागत लगेगी, वह सात साल में पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद एमसीडी को मुफ्त में बिजली मिलना शुरू हो जाएगी। एक्सपर्ट ने हमें बताया है कि इन पैनलों से अतिरिक्त बिजली भी मिलेगी, जिसे एमसीडी दूसरे ग्रिड या राज्य सरकारों में बेच सकेगी। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर अगले माह 15 दिसंबर से काम शुरू कर दिया जाएगा।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।