अब ज्यादा कमाते और खर्च करते हैं लोग, बढ़ गया अडवांस टैक्स का भुगतान
|सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश के लोगों ने 2018-19 की पहली छमाही में पिछले साल के इसी समय की तुलना में 44 प्रतिशत ज्यादा अडवांस इनकम टैक्स भरा है। इस मामले में कॉर्पोरेट भी पीछे नहीं है। पिछले साल के मुकाबले इस साल 17 फीसदी ज्यादा अडवॉन्स कॉर्पोरेट टैक्स भरा गया है।
बैंकों द्वारा दिखाई गई कमजोरी के बावजूद पर्सनल टैक्स में लगातार दूसरे साल 40 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। जून 2017 के मुकाबले इस जून में कॉर्पोरेट में भी 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पर्सनल इनकम टैक्स में बढ़ोतरी यह बताती है कि पहले के मुकाबले अब ज्यादा लोग टैक्स देने की सीमा में आते हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने ब्लॉग में भी इस बात का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा, ‘पर्सनल इनकम टैक्स में बढ़ोतरी की वजह ज्यादा लोगों का टैक्स नेट में आना है।’
वहीं कॉर्पोरेट टैक्स के कलेक्शन में बढ़ोतरी का मतलब है कि बिक्री में बढ़त है और आने वाले दिनों में लाभ बढ़ने की उम्मीद है। जानकारों का कहना है कि भारत के लोग पहले के मुकाबले अब ज्यादा वस्तु और सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं। हालांकि सरकार को अभी उन लोगों का टैक्स वापस करना है जिन्होंने पिछले साल ज्यादा टैक्स भरा था।
जेटली ने आगे अपने ब्लॉग में लिखा, ‘पिछले सालों में भरे गए टैक्स के रीपेमेंट के बाद यह राशि थोड़ी कम हो जाएगी। लेकिन अगर यही ट्रेंड आगे की तीन तिमाही में बना रहा तो प्रत्यक्ष कर में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।’ सरकार ने बजट में 14 फीसदी प्रत्यक्ष कर में बढ़ोतरी बताई थी। अनुमान है कि यह राशि 11.5 लाख करोड़ रुपये की है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।