अफगानिस्तान: आतंकियों को खुली चुनौती देकर बनी पहली महिला ड्राइवर
|काबुल। तालिबानी दहशत से जूझ रहे अफगानिस्तान में एक महिला टैक्सी ड्राइवर साहस और निडरता की मिसाल बनी हुई है। खुलेआम कट्टरपंथियों को चुनौती देने वाली इस महिला पर कई बाद जानलेवा हमले हुए हैं। लेकिन वह टस से मस नहीं हुई। यह बेखौफ महिला है सारा बाहाई। बीते 10 बरसों से अफगानिस्तान की सड़कों पर बेरोकटोक टैक्सी चला रही हैं। तालिबानी हमले और धमकियों के मुकाबले के लिए सारा के हाथों ने स्टीयरिंग संभालने के साथ बंदूक भी थाम लिए हैं। महिलाएं सिर्फ बच्चे पैदा करने के लिए नहीं साराकहती हैं महिलाएं अपने घरों से बाहर निकलें। अपने पैरों पर खड़ी हों। इस खूबसूरत दुनिया को महसूस कर सकें। महिलाएं सिर्फ शादी करने और बच्चे पैदा करने के लिए नहीं होतीं। मां बोली, वे तुम्हें एक दिन मार देंगे, टैक्सी मत चलाओ सारा कहती हैं कि, मेरी मां नहीं चाहती कि मैं टैक्सी चलाऊं। एक दिन उन्होंने मुझसे कहा वो एक दिन तुम्हें मार देंगे। सारा अपने परिवार के लिए रोज 1200 रुपए तक कमा लेती हैं। बहन के बच्चों की जिम्मेदारी तालिबानियों ने उसकी बहन के पति की हत्या कर दी। बहन और…