अप्रैल-नवंबर में राजकोषीय घाटा बजट अनुमान के 87% पर
|चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों अप्रैल-नवंबर के दौरान राजकोषीय घाटा पूरे वित्त वर्ष 2015-16 के बजट अनुमान का 87 प्रतिशत या 4.83 लाख करोड़ रुपये रहा है। हालांकि, इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में राजकोषीय घाटे (फिस्कल डेफिसिट) के मोर्चे पर स्थिति कुछ सुधरी है।
2014-15 में अप्रैल-नवंबर में फिस्कट डेफिसिट बजट अनुमान का 98.9 प्रतिशत रहा था। सरकार के खर्चे और आमदनी के अंतर को राजकोषीय घाटा कहा जाता है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फरवरी में पेश आम बजट में 2015-16 में राजकोषीय घाटा 5.55 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।
कंट्रोलर जेनरल के आंकड़ों के अनुसार इस अवधि में कर राजस्व 4.64 लाख करोड़ रुपये रहा। यह पूरे फाइनैंशल इयर के लिए 9,19,842 करोड़ रुपये के बजट अनुमान का 50.5 प्रतिशत है। इसी तरह राजस्व और गैर ऋण पूंजी से सरकार की कुल प्राप्तियां पहले आठ माह में 6.5 लाख करोड़ रुपये रही हैं। सरकार ने पूरे वित्त वर्ष में प्राप्तियां 12.21 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया है। इस अवधि में सरकार का योजना व्यय 2.9 लाख करोड़ रुपये यानी बजट अनुमान का 64.1 प्रतिशत रहा।
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