अपने बाबूजी की कविताओं को सरल कर रहे हैं अमिताभ बच्चन, जल्द पब्लिश करेंगे बुक
|मुंबई. अमिताभ बच्चन अपने पिता और साहित्यकार स्व. हरिवंश राय बच्चन की कविताओं की नई किताब ला रहे हैं। किताब में उनके पिता की कविताओं का सरल भाषा में समझाया गया है। भास्कर से बातचीत करते हुए अमिताभ बच्चन ने बताया कि वे बाबूजी के पुराने दोस्तों से खुद खतों के जरिए कुछ कविताओं का सार समझ रहे हैं। ताकि दोबारा लिख सकें। अमिताभ कहते हैं कि वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि इन कविताओं को ज्यादा से ज्यादा लोग पढ़ और समझ सकें। मधुशाला, मधुकलश, अग्निपथ, त्रिभंगिमा, चार खेमे चौसठ खूंटे, दो चट्टानें आदि वे कविताएं हैं जिन पर अमिताभ काम कर रहे हैं। इन्हें अब सरल भाषा में पढ़ा जा सकेगा। अमिताभ कहते हैं कि मैं इसे ट्रांसलेशन तो नहीं कह पाऊंगा क्योंकि कविता का ट्रांसलेशन तो कभी हो नहीं सकता है। एक साधारण रूप में बाबूजी की कविताओं का थोड़ा सा विश्लेषण कर रहा हूं। इसके लिए बहुत से ऐसे लोग जो कि बाबूजी के जमाने के हैं उनके साथ मेरा संपर्क रहता है। मैं उनसे बातचीत करता रहता हूं। जो चीज मुझे समझ में नहीं आती है मैं उनको भेजता हूं कि मुझे समझाइये ये क्या है? वे सभी मुझे…