RBI ने कहा, दूसरे बैंकों को 11,300 करोड़ रुपये का भुगतान करे PNB

संगीता मेहता, मुंबई
अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी द्वारा अंजाम दिए गए सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने पंजाब नैशनल बैंक से कहा है कि इस मामले में शामिल दूसरे बैंकों को पूरे 11,300 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाए। इस मामले से जुड़े 2 बैंकर्स ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं करने पर वित्तीय बाजार में भूकंप आ जाएगा, क्योंकि बैंकिंग सेक्टर का एक अहम हिस्सा ट्रस्ट फैक्टर है। उन्होंने यह भी बताया कि PNB के पास फंड की कमी है और इसने सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की है।

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इस बीच PNB के एमडी सुनील मेहता ने कहा कि फर्जीवाड़े से प्रभावित सारे बैंकों के साथ किए गए कमिटमेंट्स पूरे किए जाएंगे। गौरतलब है कि इस केस में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और ऐक्सिस बैंक ने पीएनबी द्वारा जारी किए गए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) के आधार पर क्रेडिट की पेशकश की थी।

इस पूरे मामले की जड़ मे लेटर ऑफ अंडरटेकिंग यानी LoU शामिल है। यह एक तरह की गारंटी होती है, जिसके आधार पर दूसरे बैंक खातेदार को पैसा मुहैया करा देते हैं। अब यदि खातेदार डिफॉल्ट कर जाता है तो एलओयू मुहैया कराने वाले बैंक की यह जिम्मेदारी होती है कि वह संबंधित बैंक को बकाए का भुगतान करे।

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इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान बैठक में मौजूद एक बैंकर ने कहा, ‘RBI ने अपना पक्ष साफ कर दिया है कि PNB पर सहयोगी बैंकों के भुगतान का उत्तरदायित्व है। यदि PNB भुगतान नहीं करता है तो PNB के साथ अन्य 30 बैंकों को बड़ा नुकसान होगाा।’ यदि PNB दूसरे बैंकों को भुगतान करता है तो सिर्फ उसका बैलेंस शीट प्रभावित होगा, जबकि दूसरे बैंकों को प्रावधान नहीं करने होंगे।

बैंकर्स को आशंका है कि PNB से भुगतान में देरी होगी और इसलिए वित्त मंत्रालय से हस्तक्षेप की जरूरत है। अन्य बैंकर ने कहा, ‘यदि एक बैंक दूसरे के दावे को पूरा नहीं करता तो सिस्टम कैसे काम करेगा?’ RBI ने इस मुद्दे पर ET के सवालों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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कथित तौर पर यह भारत का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला है और बैंक के कर्मचारियों ने नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चौकसी के गीतांजलि ग्रुप के लिए गलत तरीके से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU)जारी किए। PNB के LoU के आधार पर 30 बैंकों ने बिल में छूट दी थी। यह घोटाला 2010 मुंबई के ब्रैडी हाउस ब्रॉन्च में चल रहा था और इसी साल जनवरी में प्रकाश में आया।

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