GST के बाद बिहार में टैक्स कलेक्शन को लेकर वित्त मंत्री सुशील मोदी और टैक्स अधिकारी के उलट दावे

नई दिल्ली
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद टैक्स कलेक्शन को लेकर बिहार के वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी और सेंट्रल जीएसटी और एक्साइज टैक्स (बिहार/झारखंड) के मुख्य आयुक्त एक-दूसरे से उलट दावे कर रहे हैं। एक तरफ मोदी ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर जीएसटी के तहत लगातार कम होते राजस्व संग्रह पर चिंता व्यक्त की तो दूसरी तरफ केंद्रीय जीएसटी और केंद्रीय उत्पाद कर (बिहार/झारखंड) के मुख्य आयुक्त शिव नारायण सिंह ने कहा कि जीएसटी के बाद राजस्व संग्रह बिहार में 35 प्रतिशत तथा झारखंड में 20 प्रतिशत बढ़ा है।

‘जीएसटी का असर: इस वर्ष अब तक 39% घटा गया बिहार का कर राजस्व’ नाम की फेसबुक पोस्ट में सुशील मोदी ने हिंदी और अंग्रेजी अखबारों की कतरनें शेयर की हैं जिनमें उनके बयान छपे हैं। अखबार में सुशील कुमार मोदी के हवाले से लिखा गया है, ‘राज्य का आंतरिक कर राजस्व संग्रह अभी तक लक्ष्य से 39 प्रतिशत कम हुआ है। लेकिन चिंता की बात जीएसटी के तहत लगातार कम होता राजस्व संग्रह है।’ मोदी ने वाणिज्य कर के रूप में 25,000 करोड़ रुपये कम जमा होने को इसकी वजह बताया।

इधर, जमशेदपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य आयुक्त शिव नारायण सिंह ने कहा कि बिहार और झारखंड में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद चालू वित्त वर्ष के दौरान राजस्व संग्रह पिछले साल की तुलना में बढ़ गया है। वहीं, संवाददाता सम्मलेन में मौजूदा जीएसटी और केंद्रीय उत्पाद कर (जमशेदपुर) के आयुक्त अजय पांडेय ने बताया कि इस दौरान जमशेदपुर सर्कल में टैक्स कलेक्शन 10 प्रतिशत बढ़ा है।

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

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