2021 तक सालाना 3% की दर से कम होगी सिगरेट की बिक्री: यूरोमॉनिटर इंटरनैशनल

ऋतंकर मुखर्जी, कोलकाता
धूम्रपान के खिलाफ सरकार के कठोर कदमों और ग्रे मार्केट में की वजह से भारत में सिगरेट की बिक्री लगातार कम होती रहेगी। यूरोमॉनिटर इंटरनैशनल की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिसर्च एजेंसी का अनुमान है कि सिगरेट की खपत में 4 प्रतिशत की गिरावट आई है और साल 2021 तक हर साल 3 प्रतिशत की गिरावट होती रहेगी। इस दौरान हर साल 72.6 अरब सिगरेट कम बिकेगी जबकि साल 2016 में 84.9 अरब सिगरेट कम बिकी थी।

यूरोमॉनिटर प्रॉजेक्ट्स का मानना है कि सरकार साल 2021 तक सिगरेट की बिक्री पर नजर रखेगी। पिछले साल सिगरेट की बिक्री में बड़ी गिरावट की वजह राज्यों में बरती गई कड़ाई रही, जहां पहले इतनी कड़ाई नहीं होती थी। इसके अलावा, सिगरेट पर बढ़ता टैक्स, सिगरेट के पैकेट पर बड़े ग्रैफिक में स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी आदि सिगरेट की बिक्री में कमी के कारणों में शामिल हैं। गौरतलब है कि पहले सिगरेट के डिब्बे पर 40 प्रतिशत भाग में ग्रैफिक होता था जो अब बढ़कर 85 प्रतिशत हो गया।

रिपोर्ट कहती है, ‘स्मोकिंग पर कड़ाई बरतने और इस आदत के हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए सरकार 2021 तक कठोर नियम लागू करती रहेगी। इसके तहत हेल्थ वॉर्निंग्स के लिए ग्रैफिक का ज्यादा इस्तेमाल, टैक्स बढ़ाने और सार्वजनिक स्थलों पर स्मोकिंग एवं खुले सिगरेट की बिक्री पर पाबंदी शामिल होंगे।’ इसमें कहा गया है, ‘सरकार के ये कदम नए ग्राहकों को धूम्रपान की आदत से लगातार दूर करते रहेंगे।’

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