हिरासत में मौत, पुलिस पर हत्या का आरोप

प्रमुख संवाददाता, नोएडा

फेज-3 पुलिस मामूली झगड़े के मामले में गुरुवार देर रात दो लोगों को पकड़कर थाने लाई थी। इनमें से एक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने दूसरे आरोपी के साथ मिलकर हत्या की है। इसके विरोध में परिजनों ने शुक्रवार को मामूरा चौराहे पर जाम लगा दिया। इस दौरान पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव भी किया। पुलिस की लाठीचार्ज में 15 साल का एक लड़का भी घायल हुआ। वहीं पुलिस का कहना है कि वो दोनों आरोपियों को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले जा रहे थे। रास्ते में एक आरोपी चलती पीसीआर से कूद गया, जिस कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से जीटीबी अस्पताल रेफर किया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पत्नी की शिकायत पर दो पुलिसकर्मियों व झगड़े के दूसरे आरोपी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। साथ ही दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया गया है।
फेज-3 पुलिस के अनुसार सरधना (मेरठ) के रहने वाले विनोद (35) पत्नी मंजू और 12 व 10 साल के दो बेटों के साथ मामूरा में गली नंबर 3 में किराये पर रहते थे। विनोद हलवाई का काम करते थे, जबकि मंजू होटल चलाती हैं। रात करीब 11 बजे शराब के नशे में विनोद का उसी मकान में रहने वाले सुनील शर्मा से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। मारपीट की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची दोनों को पीसीआर में बैठाकर पुलिस स्टेशन ले गई। वहां से उन्हें मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था। पुलिस के अनुसार इस दौरान रात करीब 1 बजे सेक्टर-57 चौराहे पर विनोद पुलिस जीप से कूद गया। इस कारण उसके सिर पर गंभीर चोट लग गई। जिला अस्पताल ले जाने पर उसे जीटीबी अस्पताल रेफर किया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार जीप में सिर्फ दो ही पुलिसकर्मी थे, गोपाल व दीपक थे। झगड़े के दोनों आरोपी पीछे बैठे हुए थे।
उधर, मंजू का आरोप है कि पुलिस वालों के पीछे-पीछे वह भी थाने पहुंची थी, लेकिन वहां उसके पति नहीं मिली थे। उन्हें पुलिस यह कहती रही कि विनोद को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया है। इस बीच सूचना मिलते ही न्यू अशोक नगर में रहने वाले उनके भाई भी थाने पहुंच गए। विनोद के साले संदीप ने बताया कि करीब आधे घंटे बाद 12:30 बजे सुनील शर्मा को लेकर गोपाल व दीपक वापस फेज-3 पुलिस स्टेशन पहुंचे। विनोद के बारे में पूछने पर दोनों पुलिसकर्मी उन्हें गुमराह करने लगे। रात करीब 2:30 बजे उन्होंने बताया कि विनोद को गंभीर चोट लगी है और उसे जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया है। मंजू ने कहा कि जब वो करीब 3:30 बजे जीटीबी पहुंचे, तो वहां डॉक्टरों ने विनोद को मृत बताया। डॉक्टरों ने बताया कि विनोद की मौत पिटाई के कारण हुई है।
पीड़ित परिजन आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सुबह फेज-3 पुलिस स्टेशन पर पहुंचे, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने से मना कर दिया। इसके बाद पीड़ित परिजन मामूरा चौराहे पर धरने पर बैठ गए। जाम लगने की सूचना मिलते ही फेज-3 व शहर के सभी थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। शहर में कोई भी सीओ मौजूद न होने के चलते खुद एसपी सिटी दिनेश यादव ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। उन्होंने मौके पर परिजनों को समझाने की कोशिश की। एसपी सिटी के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद परिजनों को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। उधर, चौराहे पर मौजूद भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्च कर दिया। इससे गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया, लेकिन पुलिस ने कुछ ही देर में हालत पर काबू पा लिया। इस दौरान 15 साल का वरुण घायल हो गया, जिसका जिला अस्पताल में इलाज करवाया गया।
विनोद के साले संदीप ने आरोप लगाया कि सुनील मामूरा में अवैध शराब का काम करता था और पुलिसवालों के साथ मिलीभगत थी। कुछ दिन पहले विनोद की भांजी उनके पास रहने आई थी, जिसे सुनील शर्मा परेशान कर रहा था। इसी बात पर दोनों में झगड़ा हुआ था और पुलिस वालों ने उसका साथ देकर हत्या कर दी। विनोद की पत्नी मंजू की शिकायत पर दोनों पुलिसकर्मियों व सुनील शर्मा के लिए हत्या का केस दर्ज किया गया है। सुनील शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।

विनोद का दिल्ली जीटीबी अस्पताल में मौत के बाद पोस्टमॉर्टम कर मेरठ में उनके पैतृक घर अंतिम संस्कार के लिए भेजा दिया है। विनोद की पत्नी की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है और दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पूरे मामले की विभागीय जांच भी की जा रही है।
– दिनेश यादव, एसपी सिटी

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