साइबर स्कैम: इंस्टाग्राम,पेटीएम के नाम पर फर्जी ऑफर दे रहे धोखेबाज

नीलेश क्रिस्टोफर, बेंगलुरु
गणतंत्र दिवस के मौके को देखते हुए आकर्षक ऑफर्स के लालच में काफी लोग इंस्टाग्राम पर अपने स्टेटस अपडेट कर रहे हैं। ऐमजॉन नए फॉलोअर्स को 9,000 रुपये के गिफ्ट कार्ड की पेशकश कर रहा है, पेटीएम इंस्टाग्राम पर अपने प्रत्येक ‘मेंशन’ (जिक्र) के लिए यूजर्स को 4,000 रुपये का क्रेडिट दे रहा है और मिंट्रा के पेज को शेयर करने के लिए 3,999 रुपये का वाउचर मिल रहा है। 26 जनवरी की सुबह बहुत से नए फॉलोअर्स अपने गिफ्ट कोड का इंतजार कर रहे होंगे, लेकिन उन्हें यह पता नहीं है कि वे सोशल मीडिया के सबसे पुराने स्कैम यानी जाली पेज का शिकार बने हैं।

बहुत से लोगों ने ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से ‘उपयुक्त जवाब’ न मिलने की शिकायत की है, लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम कि ये पेज धोखेबाज चला रहे हैं और कंपनियों का इनसे कोई संबंध नहीं है। किसी पेज को बड़ी संख्या में लाइक्स मिलने के बाद ये धोखेबाज हैंडल का नाम बदलने के साथ ही फोटो हटा देते हैं और अकाउंट को एक कीमत लेकर बेच देते हैं।

सिक्यॉरिटी रिसर्चर इंद्रजीत भुइयां ने बताया, ‘इस तरह की धोखाधड़ी अक्सर होती है और जाली कैशबैक हाल के समय में दिखने लगे हैं। इनमें से कोई भी ऑफिशल हैंडल नहीं है और ये हॉलिडे सीजन और ई-कॉमर्स कंपनियों की फ्लैगशिप सेल्स के दौरान सामने आ जाते हैं।’

उदाहरण के लिए, एक इंस्टाग्राम पेज ऐमजॉनगोइंडिया ने एक सप्ताह के अंदर लगभग 20,000 फॉलोअर्स जुटा लिए। इस पेज पर 26 जनवरी को पहले 30,000 फॉलोअर्स को 9,000 रुपये के गिफ्ट कार्ड देने की पेशकश की जा रही है। इस पेज को फॉलो करने वाली पवनीत कौर ने बताया, ‘मैं 30,000 भाग्यशाली फॉलोअर्स में शामिल होने की उम्मीद कर रही हूं। मैंने गिफ्ट कार्ड हासिल करने के लिए सभी जरूरी कदम पूरे किए हैं।’ इन जाली पेजों की मांग बहुत आसान है: 26 जनवरी को गिफ्ट कोड हासिल करने के लिए अकाउंट को फॉलो करें और उसे अपनी स्टोरी में टैग करें।

भुइयां ने बताया, ‘पेज के लोकप्रिय होने पर यानी कि 10,000 लाइक्स मिलने पर अकाउंट को बेच दिया जाता है।’ ऐक्टिव इंस्टाग्राम अकाउंट को लाइक्स की संख्या के आधार पर 2,000 से 5,000 रुपये के बीच प्राइस मिलता है। आमतौर पर ये जाली पेज लोकप्रिय ई-कॉमर्स कंपनियों से मिलते-जुलते नामों पर बनाए जाते हैं। इससे उन्हें जल्द फॉलोअर्स मिलने में आसानी होती है। इनमें से कुछ जाली पेज पेटीएमडील्स, फ्लिपकार्ट ऑफिशल, ऐमजॉन वाउचर हैं।

ईटी ने ऐसे एक अकाउंट पेटीएम फ्री से संपर्क किया, जो अकाउंट के फॉलोअर्स को मुफ्त QR कोड देने की पेशकश कर रहा है। इस अकाउंट के हैंडलर ने बताया कि वह पिछले 8 महीनों से पेटीएम के एंप्लॉयी हैं और उनके पास QR कोड तक पहुंच है और इसी वजह से वे ये कोड दे रहे हैं। ईटी ने उनके इस दावे की पुष्टि करने की कोशिश की और इसे जाली पाया।

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