भारत ने AIIB से कहा, 2020 तक बांटे 10 गुना ज्यादा कर्ज

मुंबई
चीन के अगुवाई वाले एशियन इन्फ्रास्टक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) की तीसरी बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2 साल में कर्ज को 10 गुना बढ़ाना चाहिए। आज की तारीख में AIIB का लोन पोर्टफोलियो 4 अरब डॉलर है। पीएम मोदी ने कहा कि 2020 तक यह 40 अरब डॉलर हो जाना चाहिए और 2025 तक 100 अरब डॉलर।

AIIB की शुरुआत जनवरी 2016 में की गई और चीन द्वारा इसे वर्ल्ड बैंक, एशियन डिवेलपमेंट बैंक के विकल्प के तौर पर रखा गया। इसमें 87 सदस्य हैं और कुल कैपिटल 100 अरब डॉलर है। अब तक AIIB ने दर्जनभर देशों में 25 प्रॉजेक्ट को मंजूरी दी है।

खास बात यह है कि चीन से तनाव के बावजूद भारत को 1.3 अरब डॉलर का सबसे बड़ा फंड मिला है। चीन और भारत की 3,500 किलोमीटर की सीमा पर विवाद है। कई एशियाई देशों ने चीन के ‘बेल्ट ऐंड रोड’ निर्माण पर आपत्ति जताई है। भारत ने PoK से होकर गुजरने वाले मार्ग की योजना का भी विरोध किया है। कई बेल्ट ऐंड रोड प्रॉजेक्ट्स को चीन के सरकारी बैंकों और AIIB का समर्थन मिला है। हालांकि अप्रैल में पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रिश्ते के नए अध्याय को शुरू करने की बात कही थी।

पीएम मोदी ने कहा कि विकासशील देशों में संसाधनों का सही उपयोग करना एक चुनौती है और इसमें AIIB मदद कर सकता है। पीएम मोदी के अनुसार एआईआईबी बैंक और भारत दोनों ही साथ मिलकर आर्थिक विकास को विस्तृत और सस्टैनबल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में वे नया पीपीपी मॉडल, इन्फास्ट्रकचर डेबिट फंड और इन्फास्ट्रकचर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट लागू कर रहे हैं। भारत के आर्थिक विकास पर रोशनी डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल इकॉनमी में भारत एक ब्राइट स्पॉट की तरह उभरा है। इसके अलावा एक लंबे इंतजार के बाद आर्थिक मामलों में भारत की रेटिंग्स भी सुधरी हैं। यहां उन्होंने इज ऑफ डूइंग बिजनस का भी जिक्र किया।

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