बुनियादे ढाचों, सुरक्षा के लिए 1.1 लाख करोड़ का फंड बनाएगा रेलवे

नई दिल्ली
भारतीय रेल राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष (आरआरएसके) के नाम से बड़ा फंड स्थापित करने के प्रस्ताव पर काम कर रही है। 1.1 लाख करोड़ रुपये से बने इस फंड से रेलवे के लिए बुनियादी ढांचे तैयार किए जाएंगे।

न्यूज पोर्टल बिजनस स्टैंडर्ड में छपी खबर के मुताबिक, रेल मंत्रालय ने योजना निदेशालय के कार्यकारी निदेशक की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति गठित की है। यह समिति फंड के स्रोतों और इसका इस्तेमाल वाले क्षेत्रों की पहचान समेत योजना का ब्लूप्रिंट तैयार करेगी।

रेलवे बोर्ड के एक सीनियर ऑफिसर ने न्यूज पोर्टल बिजनस स्टैंडर्ड को बताया, ‘मकसद यह है कि इस फंड का बड़ा हिस्सा वित्त मंत्रालय से प्राप्त किया जाए और इसे विभिन्न परियोजनाओं पर खर्च किया जाए। इनमें मानवरहित रेलवे फाटकों को हटाने और पुराने सिग्नल सिस्टम तथा टेलिकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने पर 40 हजार करोड़ रुपये खर्च करना भी शामिल है, क्योंकि आधे से ज्यादा रेल हादसे इन्हीं वजहों से होते हैं।’

समिति विभिन्न निदेशालयों, जैसे मकैनिकल, इलेक्ट्रिकल और सिविल इंजिनियरिंग आदि, से फंड की जरूरतों पर जानकारी जुटा रही है। अगले सप्ताह तक यह काम पूरा हो जाएगा। उसके बाद कमिटी एक महीने के अंदर एक कनसॉलिडेटिड प्रपोजल तैयार कर वित्त मंत्रालय को सौंप देगी। अधिकारी ने बताया, ‘प्रारंभिक अनुमान 1,10,239 करोड़ रुपये का है लेकिन बाद में इसे बढ़ाया जा सकता है।’

एक अन्य सीनियर रेलवे बोर्ड ऑफिसर ने बताया कि फंड के स्रोतों पर बातचीत अभी प्रारंभिक स्तर पर है। उन्होंने कहा, ‘अभी यह साफ नहीं है कि इस तरह का फंड स्थापित करने के लिए क्या साल 2001 की तरह ही अलग से सेस लगाया जाएगा। लेकिन, यह साफ है कि फंड का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल सुरक्षा से संबंधित विषयों पर होगा।’

गौरतलब है कि साल 2001 में नीतीश कुमार के रेल मंत्री रहते इसी तरह के एक फंड की स्थापना की गई थी। इस फंड से पुरानी रेल पटरियों, जर्जर पुलों, सिग्नलों आदि पर खर्च करना था।

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