बिजली की दरों ने कांग्रेस में दौड़ाया ‘करंट’

विशेष संवाददाता, नई दिल्ली

दिल्ली सरकार इस बात से इनकार कर रही है कि उसने बिजली की दरों में कोई इजाफा नहीं किया है। लेकिन बिजली की दरों ने कांग्रेस में दौड़ाया ‘करंट’ दौड़ा दिया है। पार्टी का मानना है कि बिजली की दरों में इजाफा हुआ है जो उस पर भारी पड़ेगा। कांग्रेस यह भी मान रही है कि दिल्ली के लोगों को राशन नहीं मिल रहा है और पानी की बेहद कमी भी लोगों को परेशान कर रही है। इन समस्याओं को लेकर पार्टी जल्द ही एक बार फिर से आंदोलन शुरू करने जा रही है, जिसके तहत पूरी दिल्ली में सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन का आयोजन तो होगा ही, साथ ही घरों में जाकर सरकार की जनविरोधी नीतियों का भी खुलासा किया जाएगा।

कांग्रेस मान रही है कि दिल्ली की जनता आजकल भारी परेशानियां झेल रही है। इस कड़ी में अब बिजली के बिल भी शामिल हो गए हैं। पार्टी का दावा है कि जब बिजली की नई दरों के बिल आएंगे तो पता चल जाएगा कि कितने प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा लोग राशन की कमी, पानी और अन्य समस्याओं से भी जूझ रहे हैं। कांग्रेस का मानना है कि यह ऐसा वक्त है, जब आंदोलन शुरू कर सरकार के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जा सकता है। इस मसले को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, दिल्ली प्रभारी पीसी चाको की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी नेता सज्जन कुमार, महाबल मिश्रा, रमेश कुमार, जेके जैन, अरविंदर सिंह लवली, हारुन यूसूफ, रमाकांत गोस्वामी, राजकुमार चौहान, नसीब सिंह, देवेन्द्र यादव, जयकिशन, मुकेश गोयल, अभिषेक दत्त, हरीशंकर गुप्ता, चतर सिंह, ब्रहम यादव, महमूद जिया, शर्मिष्ठा मुखर्जी, विकास छिकारा, दिनेश्वर त्यागी, अमन पंवार, अनुराग शंकर, शिवराम सिंह, आर मनीनायडू, ब्रजमोहन उप्रेति, शिवाजी सिंह, अली मेहंदी, सुनील कुमार आदि शामिल हुए।

इस मसले पर अजय माकन का कहना था कि दिल्ली सरकार ने बिजली में सरचार्ज पर फिक्स शुल्क में जो बढ़ोतरी की है उसके कारण गरीबों के बजट पर बुरा असर पड़ेगा और बिजली वितरण करने वाली कम्पनियों की जेब भरी जाएगी। सीएम केजरीवाल का बिजली को लेकर झटका गरीब लोगों को तब असलियत में लगेगा जब अगले महीने से उनके बढ़े हुए बिजली के बिल आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कहा कि सरकार दिल्ली गरीबों को राशन कार्ड वितरित करने व राशन देने में नाकामयाब रही है इसलिए वे गरीब लोगों को इस मुद्दे पर गुमराह कर रही है। सरकार यह दावा कर रही है कि उन्होंने फरवर 2018 तक 19,41,750 परिवारों को राशन दिया है जबकि सच्चाई यह है कि केवल 14.98 लाख परिवारों ने राशन प्राप्त किया है और 17,019 परिवारों को ऑथेन्टिकेशन फेल हुआ है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कई इलाकों में पानी की गंभीर समस्या चल रही है और पार्टी नेता हरियाणा पर आरोप लगा रहे हैं और राजनीति कर हरियाणा जीतने की बात कर रहे हैं। माकन ने कहा कि इन मसलों को हम आम जन तक ले जाएंगे और सरकार की पोल खोलेंगे। उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली में पार्टी इन मसलों को उठाएगी और लोगों को बताएगी कि कैसे उन्हें बरगलाया जा रहा है।

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