फेसबुक, गूगल की नब्ज टटोल रहे हैं 77 साल के पूर्व जज

नई दिल्ली
आज हम बड़े शौक से फेसबुक, गूगल और कई शॉपिंग साइट्स का इस्तेमाल करते हैं लेकिन लोग डेटा प्रिवेसी को लेकर गंभीर नहीं हैं। 77 साल के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बीएन श्रीकृष्ण नए डेटा-प्रिवेसी कानून बनाने पर काम कर रहे हैं। वह संस्कृत के भी विद्वान हैं।

नए डेटा प्रिवेसी कानून द्वारा 130 करोड़ की आबादी वाले देश में विदेशी कंपनियों के संचालन को नियमित किया जाएगा। उनकी प्रस्तावित नीतियां महत्वपूर्ण हैं क्योंकि भारत फेसबुक जैसी कंपनियों का एक बड़ा बाजार है। श्रीकृष्ण की अगुवाई वाली समिति इसी सप्ताह सरकार को ड्राफ्ट सौंपने वाली है।

वह देश के लोगों को डेटा चोरी से बचाने के लिए संकल्पबद्ध हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के समय रूस के दखल और हैकिंग जैसी बातें सामने आती रही हैं। ऐसी किसी भी परिस्थिति से देश को बचाने के लिए श्रीकृष्ण काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत बैलगाड़ी के युग से सिलिकॉन चिप तक पहुंच गया लेकिन डेटा नियमन नीतियों को लेकर अभी बहुत पीछे हैं।

श्रीकृष्ण ने कहा कि भारत अब तेजी से डेटा रिच इकॉनमी बन रहा है, ऐसे में इसकी सुरक्षा करना आसान नहीं है। 10 सदस्यों वाली समिति जिसमें अकैडमिक और सरकार के अधिकारी शामिल हैं, डेटा प्रोटेक्शन कानून का आखिरी रूप देने में लगे हैं। संसद से मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू किया जाएगा। श्रीकृष्ण 2006 में सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए और इसके बाद कई आयोगों के चेयरमैन रहे। उनका कहना है कि आम भारतीय को इस बात की जानकारी नहीं होती कि वह कितना डेटा जेनरेट कर रहा है और उसका क्या इस्तेमाल हो रहा है। उनका कहना है कि कानून बनाना बड़ी बात नहीं है लेकिन उसको लागू करना आसान नहीं है।

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