डेंगू ब्रीडिंग चेकर्स पर लटक रही है नौकरी की तलवार

रामेश्वर दयाल, नई दिल्ली

डेंगू सहित मच्छरजनित बीमारियों से लोगों की रक्षा करने वाले डेंगू ब्रीडिंग चेकर (डीबीसी) पर नौकरी जाने का संकट खड़ा हो गया है। नॉर्थ एमसीडी ने इन सैकड़ों चेकरों की नौकरी का कॉन्ट्रेक्ट रिन्यू नहीं किया है, जिससे उनमें तनाव बढ़ रहा है। नॉर्थ एमसीडी का कहना है कि निगम में गंभीर वित्तीय संकट चल रहा है, इसलिए अभी इनके बारे में निर्णय प्रतीक्षित है। दूसरी ओर नेताओं का कहना है कि ऐसा किया गया तो इनके अभाव में राजधानी में डेंगू आदि बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है।

नॉर्थ एमसीडी में पिछले कई सालों से स्वास्थ्य विभाग में कॉन्ट्रेक्ट पर डीबीसी को रखा जा रहा है। इनकी नौकरी का कॉन्ट्रेक्ट हर साल रिन्यू किया जाता है। विभाग के अनुसार करीब 1355 डीबीसी नॉर्थ एमसीडी में कार्यरत हैं। इनका कार्य डेंगू मच्छरों की पहचान कर उनका खात्मा तो करना ही है साथ ही घरों में भी डेंगू के मच्छरों की रोकथाम करना है। इनका मासिक वेतन 16 से 18 हजार रुपये के बीच है। सूत्र बताते हैं कि हर साल फरवरी माह में इनका नया कॉन्ट्रेक्ट साइन कर दिया जाता है। लेकिन इस बार नहीं किया गया है। जिससे इन डीबीसी में खासी बैचेनी है और उन्हें नौकरी पर संकट आता नजर आ रहा है। डीबीसी वाले आजकल एमसीडी नेताओं और आला अफसरों के दरबार में चक्कर लगा रहे हैं। खासे तनाव में आ गए हैँ ये डीबीसी वर्कर।

इस मसले पर एक आला अधिकारी का कहना है कि पिछले कुछ साल से एमसीडी में गंभीर वित्तीय संकट चल रहा है। जब स्थायी स्टाफ को ही वेतन नहीं मिल पा रहा है तो कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों को कैसे वेतन दिया जाएगा। इसलिए फिलहाल इनका कॉन्ट्रेक्ट रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस मसले पर जल्द ही बैठक होगी, जिसमें इनकी समस्या पर विचार होगा। अधिकारी के अनुसार संभव है कि इस साल डीबीसी की संख्या में कटौती कर दी जाए।

नॉर्थ एमसीडी पार्षद व स्थायी समिति के सदस्य जयप्रकाश (जेपी) ने माना कि डीबीसी कर्मचारी उनके कार्यालय आए थे और उन्होंने अपनी समस्या से अवगत कराया था। उन्होंने कहा कि इनके बिना तो दिल्ली में डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम असंभव है। जेपी के अनुसार जब डेंगू का प्रकोप नहीं होता, तब डीबीसी से प्रॉपर्टी टैक्स आदि का काम भी लिया जाता है। इसलिए विभाग में इनका महत्व है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी नेताओं व एमसीडी कमिश्नर से जल्द मिलेंगे और इनकी नौकरी बहाल करने की गुजारिश करेंगे।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

Delhi Political News in Hindi, दिल्ली राजनीति समाचार, खबर , Delhi Politics News