क्या है जीएसटी बिल, जिसका लोकसभा में 5 दलों ने कर दिया विरोध?

नई दिल्ली. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स के लिए शुक्रवार को लोकसभा में संविधान संशोधन विधेयक पेश कर दिया। बिल पेश होते ही तृणमूल, वाम मोर्चा और एनसीपी ने वॉकआउट कर दिया। वहीं, अन्नाद्रमुक और बीजद ने वॉकआउट तो नहीं किया, लेकिन बिल पर अपना विरोध जताया। इन पांच दलों के मुताबिक, जीएसटी से राज्यों के टैक्स रेवेन्यू को नुकसान होगा। इस बिल को स्थायी समिति को भेजने की मांग की जा रही है। जबकि बिल पेश करते हुए जेटली ने कहा कि इससे लोगों को कई तरह के इनडायरेक्ट टैक्स से मुक्ति मिलेगी। यह जीडीपी में भी 2 फीसद का इजाफा करेगा। महंगाई भी काबू में रहेगी। इस बिल पर लोकसभा में चर्चा होनी बाकी है। जानिए, क्या है जीएसटी?   क्या है जीएसटी? मोदी सरकार प्रस्तावित गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स को 1947 के बाद का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म बता रही है। यह अलग-अलग टैक्स खत्म कर उनकी जगह एक ही टैक्स प्रणाली लागू करने के लिए है। जीएसटी लागू होते ही सेंट्रल सेल्स टैक्स, एक्साइज़, लग्जरी टैक्स, एंटरटेनमेंट टैक्स, ऑक्टरॉई, वैट जैसे अलग-अलग सेंट्रल और लोकल टैक्स खत्म हो…

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