एक बार के लिए दो बार सफर

‘आप एक साथ दो-तीन देशों का दौरा क्यों करते हैं’ – किसी अंग्रेजी अखबार ने प्रधानमंत्री से पूछा। प्रधानमंत्री का जवाब निहायत राजनैतिक था। उन्होंने कहा- ‘हमारे गुजरात में कहते हैं ना, एक किराया, दो सफर।’ लेकिन इस राजनीतिक जवाब के पीछे अच्छी खासी मेहनत निहित है। पीएम तो एक किराए में कई सफर कर लेते हैं, लेकिन यात्रा को सफल बनाने के लिए सचिवों की और बाकी अफसरों की जो दौड़-भाग होती है, उसमें एक सफर के लिए कम से कम दो बार सफर करना पड़ जाता है। एक बार पीएम से पहले, और एक बार पीएम के साथ। पहले ऐसा नहीं होता था। तीन परदेस वाले, परदेस में बहरहाल इसी भागदौड़ के बूते इस बार पीएम की कनाडा यात्रा में तीन संयुक्त सचिवों (एक्सपी) का मिलन हो गया। ये तीन संयुक्त सचिव हैं- विदेश मंत्रालय के पूर्व संयुक्त सचिव विष्णु प्रकाश, हाल तक संयुक्त सचिव रहे सैयद अकबरुद्दीन और हाल ही में संयुक्त सचिव नियुक्त किए गए विकास स्वरूप।   नमो योग प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं से योगा को बहुत बढ़ावा मिला है। हेन्वर से वेंकुवर तक- जहां-जहां पीएम गए, वहां-वहां योगा की धूम मची। आप इससे…

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