इन्टॉलरेंस पर शाहरुख ने कहा- बोलने की आजादी का मतलब चुप रहने का हक भी है

मुंबई. शाहरुख खान इन दिनों अपनी फिल्म ‘फैन’ के प्रमोशन में बिजी हैं। सोमवार को यहां फिल्म के ट्रैलर  के लॉन्च के दौरान इन्टॉलरेंस के मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बोलने की आजादी का मतलब चुप रहने का हक भी होता है। मीडिया ने इन्टॉलरेंस के मुद्दे पर उनके विवादित बयान से हुए हंगाने के बाद उनके एक्सपीरिएंस को लेकर सवाल किए थे।   – जब इन्टॉलरेंस के मुद्दे पर पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि-‘ जब भी मैं मुंबई इंडियन को केकेआर के खिलाफ खेलते हुए देखता हूं, तब सिर्फ बात ध्यान में आती है…. मुझे समझ में नहीं आ रहा है। बोलने की आजादी का मतलब चुप रहने का हक भी होता है। मैं इस बारे में बहुत चुप हूं।' – बता दें कि पिछले साल 2 नवंबर को अपने 50वें बर्थडे के मौके पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि देश में इन्टॉलरेंस बढ़ रहा है। – इसके बाद उन्हें देशभर में विरोध झेलना पड़ा था।       इन्टॉलरेंस पर मांगनी पड़ी थी माफी    – उन्होंने दिसंबर में एक टीवी चैनल के एक शो में माफी मांगी थी। उन्होंने कहा – 'मैंने कभी ये नहीं बोला कि…

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