अमीर क्यों छोड़ रहे हैं देश, पता लगाने के लिए CBDT ने बनाई समिति

नई दिल्ली
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) ने एक समिति बनाई है, जो यह पता लगाएगी कि टैक्स संबंधी किन मसलों की वजह से अमीर लोग देश छोड़कर दूसरे देशों में जाकर बस रहे हैं। वह इस तरह के माइग्रेशन पर देश का रुख भी तय करेगी। सीबीडीटी द्वारा बनाई गई पांच सदस्यीय समिति को जॉइंट सेक्रेटरी लेवल के अधिकारी हेड करेंगे। इस समिति में उनके अलावा चार रेवेन्यू ऑफिसर्स होंगे। सूत्रों ने बताया कि समिति हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (एचएनआई) संबंधी टैक्स मसलों पर विचार करेगी।

सीबीडीटी ने समिति बनाते हुए कहा कि हाल में ऐसा देखा गया है कि अमीर लोग अपने देश को छोड़कर दूसरे देशों में बस रहे हैं। उसने माना कि इस तरह के माइग्रेशन से बड़ा टैक्स संबंधी रिस्क पैदा हो सकता है। अमीर लोगों के भारत छोड़कर जाने के मामले में समिति टैक्स संबंधी कई पहलुओं पर ध्यान देगी और वह इस तरह के माइग्रेशन को देखते हुए पॉलिसी बनाने की खातिर सुझाव भी दे सकती है। समिति इस पर काम करते वक्त डायमंड ट्रेड से जुड़े नीरव मोदी, उनके मामा और गीतांजलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चौकसी के देश से भागने संबंधी बातों का भी ध्यान रखेगी। इससे पहले किंगफिशर एयरलाइन के दिवालिया होने के बाद बैंकों का पैसा लौटाने से बचने के लिए शराब कारोबारी विजय माल्या देश से भाग गए थे।

हाल के वर्षों में देश छोड़कर जाने वाले करोड़पति लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है। 2017 में ही करीब 7,000 ऐसे लोगों ने देश छोड़ा। मॉर्गन स्टेनली इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट के चीफ ग्लोबल स्ट्रैटेजिस्ट और इमर्जिंग मार्केट्स के हेड रुचिर शर्मा की टीम ने ये आंकड़े जुटाए थे। डेटा से पता चलता है कि भारत के 2.1 पर्सेंट अमीरों ने देश छोड़ा है, जबकि फ्रांस के मामले में इनकी संख्या 1.3 पर्सेंट और चीन के मामले में 1.1 पर्सेंट है। शर्मा ने पिछले हफ्ते एक मीडिया इवेंट में ये आंकड़े पेश किए थे।

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