अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का निजीकरण चाहता है अमेरिका: रिपोर्ट

वॉशिंगटन
अमेरिका अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) का निजीकरण करना चाहता है क्योंकि वह आने वाले कुछ वर्षों में इस महंगे अंतरिक्ष कार्यक्रम का वित्तपोषण बंद करना चाहता है। ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की रविवार की खबर में यह दावा किया गया है। अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी की निचली कक्षा में है और इसका संचालन अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA करती है। इस स्टेशन को NASA ने अपने रूसी समकक्ष के साथ मिल कर संयुक्त रूप से विकसित किया है।

अखबार में कहा गया है कि अमेरिका की योजना ISS के निजीकरण की है। ISS में पृथ्वी की निचली कक्षा के वायुमंडल में वैज्ञानिक अध्ययन करने के लिए कनाडा, यूरोपीय और जापानी अंतरिक्ष एजेंसियों के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ काम कर रहे हैं। अखबार को NASA का एक अंदरूनी दस्तावेज मिला है जिसमें कहा गया है, ‘वर्ष 2025 तक ISS के लिए सीधा संघीय सहयोग बंद करने का मतलब यह नहीं है कि तब तक यह मंच खुद ही बंद हो जाएगा।’

अंदरूनी दस्तावेज में आगे कहा गया है, ‘यह संभव है कि उद्योग भावी वाणिज्यिक मंच के हिस्से के तौर पर ISS के कुछ हिस्सों को संचालित करता रहे।’ खबर में कहा गया है, ‘NASA अगले 7 साल के दौरान अंतरराष्ट्रीय और वाणिज्यिक भागीदारी का विस्तार करेगा ताकि पृथ्वी की निचली कक्षा तक मानवीय पहुंच और उपस्थिति लगातार बनी रहे।’

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