आपके फोन की बैटरी का टैक्सी की प्राइस सर्जिंग से है संबंध?

लंदन

क्या आपको लगता है कि जब आपके फोन में बैटरी कम होती है तो टैक्सी बुक करने में आपको प्राइस सर्जिंग का सामना करना पड़ता है। ऐप बेस्ड टैक्सी कंपनी ऊबर ने खुद खुलासा किया है कि उसे पता होता है कि आपके फोन की बैटरी कितनी है। ऊबर के इकॉनमिक रिसर्च के हेड कीथ शेन ने बताया कि कंपनी कैसे यूजर्स के डेटा पर नजर रखती है और उसे अपनी बिजनस स्ट्रैटजी बढ़ाने में इस्तेमाल करती है।

ऊबर ऐप आप के फोन के डेटा पर नजर रखता है और आपकी सारी जानकारी जुटाकर अपनी बिजनस स्ट्रेटजी बनाता है। एनपीआर हिडेन ब्रेन प्रोग्राम में बात करते हुए कीथ शेन ने बताया जब आप का फोन बैटरी कम होने की वजह से स्क्रीन सेवर मोड पर होता है तो ऊबर को इसकी जानकारी हो जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में लोग प्राइस सर्जिंग पर ज्यादा ध्यान देने की स्थिति में नहीं होते, दूसरे शब्दों में कहें तो वह 1.5 गुने या दोगुने दाम चुकाने को भी तैयार रहते हैं।
हालांकि उन्होंने यह साफ किया कि वो इस जानकारी का इस्तेमाल राइड का रेट बढ़ाने के लिए नहीं करते। वह कहते हैं कि लोगों की मानसिकता को जानना काफी दिलचस्प होता है। ऊबर के इकॉनमिक रिसर्च के हेड कीथ शेन ने ‘राउंड नंबर इफेक्ट’ के बारे में भी बताया। कीथ ने बताया कि क्यों आपको 2 गुनी की जगह 2.1 गुना राइड का ऑप्शन ज्यादा मिलता है।

उन्होंने बताया कि 2.1 गुना हमारे दिमाग पर ज्यादा असर नहीं डालता है। शेन ने कहा, ‘जब आप किसी को बताते हैं कि आप की ट्रिप पर दोगुना चार्ज किया गया तो यह लोगों के दिमाग पर हिट करता है। लेकिन जब आप बताते हैं कि 2.1 गुना चार्ज किया गया तो लोग गणित में उलझ जाते हैं और इसका सीधा असर नहीं होता है।’

यह पूछे जाने पर कि ऊबर जैसी कंपनियों के पास लोगों का डेटा होना किस हद तक असुरक्षित है? शेन ने कहा, ‘हमारी पहुंच लोगों के बड़े डेटा तक होती है। हमारे पास एक प्राइवेसी ऑफिसर होता है, जो इस सब पर नजर रखता है। हमारी कंपनी का एंप्लॉयी भी किसी डेटा पर नजर नहीं रख सकता।’

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

बिज़नस न्यूज़, व्यापार समाचार भारत, वित्तीय समाचार, News from Business